Abstract
International Journal of Advance Research in Multidisciplinary, 2024;2(4):03-06
मुरादाबाद जिले में जल प्रदूषण: लोहे की सांद्रता का विश्लेषण और स्थानीय स्वास्थ्य पर प्रभाव
Author : मुकेश सिंह
Abstract
यह अध्ययन मुरादाबाद जिले के विभिन्न स्थानों से एकत्रित जल नमूनों में लोहे की सांद्रता की जांच करता है, जिसमें सभी आठ ब्लॉकों को शामिल किया गया है। कुल 64 जल नमूनों का विश्लेषण किया गया, जिसमें से 57.8% नमूनों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित 300 ppb की अनुमेय सीमा से अधिक लोहे का संदूषण पाया गया। सतही जल संदूषण के प्रमुख स्थानों में दस्वन घाट, हरेडेपुर गांव, और फ़ज़लपुर औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं, जहां लोहे की सांद्रता 729 से 6294 ppb के बीच पाई गई। भूमिगत जल के प्रमुख स्थानों में दस्वन घाट, हरेडेपुर गांव, फ़ज़लपुर औद्योगिक क्षेत्र, मंसूरी कॉलोनी और सिर सैयद नगर शामिल हैं, जहां लोहे की सांद्रता 339 से 3820 ppb के बीच थी। अध्ययन से पता चलता है कि मानव गतिविधियों, जैसे कि धातु निकासी और इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट निपटान, का जल गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। इसके अतिरिक्त, रासायनिक ऑक्सीजन मांग (COD) के माप ने जैविक प्रदूषण का संकेत दिया, जो क्षेत्र में जल प्रदूषण को और बढ़ाता है। ये निष्कर्ष स्थानीय समुदायों के लिए लोहे के संदूषण को कम करने और जल गुणवत्ता में सुधार के लिए हस्तक्षेप की तत्काल आवश्यकता को उजागर करते हैं।
Keywords
मुरादाबाद, जल प्रदूषण, सांद्रता, स्वास्थ्य, विश्लेषण