Email : editor.ijarmjournals@gmail.com

ISSN : 2583-9667, Impact Factor: 6.49

Contact : +91 7053938407

Email editor.ijarmjournals@gmail.com

Contact : +91 7053938407

Abstract

International Journal of Advance Research in Multidisciplinary, 2024;2(4):212-217

स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को बढ़ाने में योग की क्षमता के बारे में वर्तमान दृष्टिकोण

Author : Singroley Sarita Prabhudayal and Dr. Kapil Dev

Abstract

मनुष्य के लिए आत्मज्ञान का सबसे बड़ा मार्ग नियमित योग अभ्यास है। इसके विपरीत, योग शरीर और मन से आत्म-भेद को समझकर मुक्ति प्राप्त करने के लिए ध्यान और शुद्धि की व्यावहारिक तकनीकों के महत्व पर ज़ोर देता है। योग दर्शन में विकास के आठ अंगों में व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर ज़ोर दिया गया है। योग मानसिक स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक स्थिरता में भी सुधार करता है, जो बदले में स्वयं को स्वीकार करने और आत्म-जागरूकता बढ़ाने को प्रोत्साहित करता है। सामाजिक एकजुटता और साझा लक्ष्य की भावना, साथ ही पारस्परिक शांति और सौहार्द, कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे योग सामाजिक सामंजस्य को मज़बूत करता है। इसके लिए मानसिकता में परिवर्तन और आचरण में बदलाव ज़रूरी है। ये सभी परिवर्तन और सुधार हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं।

Keywords

स्वास्थ्य, आत्मविश्वास, योग, शारीरिक और मानसिक