Abstract
International Journal of Advance Research in Multidisciplinary, 2025;3(4):10-12
कला और मानविकी शिक्षा के माध्यम से लैंगिक समानता
Author : सत्यपाल शेख
Abstract
कला और मानविकी शिक्षा के माध्यम से लैंगिक समानता (Gender Equality) को बढ़ावा देने का अर्थ है, शिक्षा और कला (जैसे नाटक, साहित्य, दृश्य कला) का उपयोग करके लैंगिक भूमिकाओं और रूढ़िवादिता (Stereotypes) को चुनौती देना, सभी लिंगों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना, और एक समावेशी समाज का निर्माण करना जहाँ हर व्यक्ति अपनी पूरी क्षमता तक पहुँच सके, जिससे हिंसा रुके और अधिकारों का सम्मान हो।
शिक्षा लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और एक अधिक समतामूलक समाज के निर्माण हेतु व्यक्तियों को सशक्त बनाने के सबसे शक्तिशाली साधनों में से एक है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच जीवन को बदलने, बाधाओं को तोड़ने और रूढ़िवादिता को चुनौती देने की क्षमता रखती है। यह ब्लाॅग लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका, वर्तमान चुनौतियों और यह सुनिश्चित करने की रणनीतियों पर चर्चा करता है कि सभी व्यक्तियों को लिंग की परवाह किए बिना वह शिक्षा मिले जिसके वे हकदार हैं।
Keywords
नाटक, साहित्य, दृश्य कला, कला और मानविकी शिक्षा, लैंगिक समानता