Article Abstract
International Journal of Advance Research in Multidisciplinary, 2024;2(4):173-177
मौर्य प्रशासन और आर्थिक नीतिः कृषि, उद्योग एवं व्यापार में राज्य की भूमिका
Author : डॉ. अजय कुमार
Abstract
मौर्यकाल (321 ईसा पूर्व से 185 ईसा पूर्व) भारतीय इतिहास का एक अत्यंत महत्वपूर्ण युग रहा, जिसमें न केवल राजनीतिक और प्रशासनिक एकीकरण हुआ, बल्कि आर्थिक संरचना को भी नई दिशा प्राप्त हुई। इस शोध पत्र में मौर्यकालीन शासन द्वारा अपनाई गई आर्थिक नीतियों, ’अर्थशास्त्र’ में वर्णित प्रशासनिक सिद्धांतों, कृषि व्यवस्था, उद्योगों के पोषण और व्यापार के नियमन पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। चाणक्य द्वारा प्रतिपादित अर्थशास्त्र केवल एक नीति ग्रंथ नहीं बल्कि उस काल की राज्य-आधारित आर्थिक व्यवस्थाओं का दस्तावेज है। यह शोध पत्र एक ऐतिहासिक, साहित्यिक और पुरातात्विक दृष्टिकोण से मौर्यकालीन आर्थिक व्यवस्थाओं का विश्लेषण प्रस्तुत करता है।
Keywords
मौर्यकाल, अर्थशास्त्र, कृषि नीति, उद्योग, व्यापार, चाणक्य, राज्य की भूमिका, आर्थिक नियोजन, कर नीति।